....हमारे चारों ओर जो-जो भय देकर अधीन रखने वाला व्यक्ति, विचार, आचरण अथवा परिवेश है क्या उसे हम कानून सम्मत तरीके से पौराणिक भाषा में आसुरी कह सकते हैं ???
दूसरा ख़याल...
...कसमें उठाकर उन्हें भूलने, वचन देकर उसे भूलने, कह कर मुकरने, झूठ बोलने, दूसरे को गलत और खुद को ही सही बताने और धोखा करके सच छिपाने का स्वभाव तथा छल, कपट, दिखावा एवं मतलब-परस्तता इत्यादि भरा आचरण (चाहे ये आचरण अथवा स्वभाव मुझमें ही क्यों न हो) कानून सम्मत तरीके से स्वीकृत पौराणिक शब्दशैली में क्या कहा जाए ???
तीसरा ख़याल...
राहुल/सिहुन्ता...
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